Wrote some lines last night.
बोहोत से सपने सजा रखे थे उनके साथ,
ज़िन्दगी का हर लम्हा बिताना चाहते थे उनके साथ,
वो बस भूल ने का वादा दे कर चल दिए,
क्योकि उनको बितानी थी ज़िन्दगी किसी और के साथ.
- यशपालसिंह जडेजा
बोहोत से सपने सजा रखे थे उनके साथ,
ज़िन्दगी का हर लम्हा बिताना चाहते थे उनके साथ,
वो बस भूल ने का वादा दे कर चल दिए,
क्योकि उनको बितानी थी ज़िन्दगी किसी और के साथ.
- यशपालसिंह जडेजा